अमृतसर 8 दिसंबर (पवित्र जोत) : पंजाब सुबारडीनेट सर्विसिज फेडरेशन, की क्लास फोरथ गवर्नमैंट एंपलाईज़ यूनियन पंजाब की तरफ से दिए काम छोड़ हड़ताल के बुलावे और किसान—मजदूरों की तरफ से दिए भारत बंद के बुलावे और सरकारी और अर्ध सरकारी अदारों के मुलाजिमों, कंट्रैक्ट, आउट सोर्स, डेलीवेजिज़ और पार्ट टायम वर्करों समेत समूह चौथा दर्जा कर्मचारियों ने ड्यूटियों का बाइकाट करके ज़िला सदर, तहसील और ब्लाक सदर स्थानों और सांझी रैलियाँ की और मोदी सरकार का ज़ोरदार पिट सियापा करके उस का पुतला फूँका गया और देश के किसानी संघर्षों की पूर्ण तौर पर हिमायत की, इस मौके पर विभागा के कर्मचारियों ने अलग अलग स्थानों तों सिंह बार्डर की तरफ भी कूची की। मुलाजिमों के प्रमुख नेता कामरेड सज्जण सिंह, रणबीर सिंह ढिल्लों और दर्शन सिंह लुबाना, जगदीश सिंह चहल, बलकार सिंह बड़ी देग, करतार सिंह पाल ने यह जानकारी दी कि मुलाज़ीम पहले से लड़ीवार किसानी संघर्ष की हिमायत कर रहे हैं और तारीख़ 11 दिसंबर को नगर निगम और नगर कौंसिल दफ़्तर आगे फिर रैली की जाएंगी।
पटियाला में दर्जा तीन और चार मुलाज़ीम पहले जल स्रोत (सिंचाई) विभाग के बाराखूह स्थित आई.बी. कंपलैक्स में सुबह से ही अलग अलग दफ्तरों से एकत्रित शुरू होना शुरू हो गए थे। इस दौरान शहर के सभी दफ़्तर सुनसान हो गए। यहाँ साझी रैली करके केंद्र की मोदी सरकार विरुद्ध पिट सियापा किया। किसानों और मज़दूरों के चल रहे संघर्षों की हिमायत की वहाँ ही खेती विरोधी कानून वापस लेने की ज़ोरदार माँग की और पंजाब सरकार को भी मुलाज़ीम नेताओं ने आड़े हाथों लेते चार सालों से कोई माँग मुलाजिमों, पैनशनर और कच्चे कामगारों को पक्का करने की पूरी नहीं की । केंद्र की मोदी सरकार की अर्थी उठा कर मुज़ाहरा करते हुए, डिप्टी कमिशनर दफ़्तर आगे पंहुच कर अर्थी फुंक मुजाहरे का नेतृत्व प्रमुख नेताओं दर्शन सिंह लुबाना, बचित्तर सिंह, गुरमीत सिंह , खुशविन्दर कुमार कपिला, ज़सविन्दर सिंह, बलजिन्दर सिंह, जगमोहन नोलक्खा, सतनाम सिंह कम्बोज़, तरलोक सिंह, सतनाम सिंह लुबाना, सूरज पाल यादव, राम लाल रामा, बलबीर सिंह, गुरदर्शन सिंह, केसर सिंह सैनी, माधो लाल, सुखदीप कौर, रामपाल , राकेश शर्मा, काका सिंह, राम किशन, अमरबहादर सिंह, कुलवंत सिंह, कुलविन्दर सिंह, रिंकू वैद्य, अमरनाथ, मान सिंह भट्टी, मलकीत सिंह, अवतार सिंह और रामदास आदि शामिल थे।
