अमृतसर 18 नवंबर (राजिंदर धानिक) : सरकारी और अर्ध सरकारी विभागों बीच के चौथा दर्जा कर्मचारी नेताओं की एक मीटिंग यूनियन दफ़्तर राजपुरा कालोनी में हुई, इसमें पंजाब सरकार की तरफ से और विभागों की तरफ से चौथा दर्जा कर्मचारियों की माँगों को काफ़ी अरसे से लटकाने के कारण 20 नवंबर पटियाला में दिए जाने वाले राज्य स्तरीय धरने और मोती महिला तक मार्च करने की तैयारियों का जायज़ा लिया गया। यूनियन के राज्य चेयरमैन कामरेड सज्जण सिंह, राज्य प्रधान दर्शन सिंह लुबाना ने कहा कि पंजाब के पाँचवे वेतन कमीशन ने चौथा दर्जा मुलाजिमों को वेतन स्केल और भत्ते सालाना इंकरीमैंट देने में भारी भेदभाव किया था। पंजाब के छठे वेतन कमीशन को पिछले वेतन कमीशन की तरफ से किये भेदभाव को दूर करने सम्बन्धित “पाँच याद पत्र दिए गए हैं।
मीटिंग में पंजाब सरकार के वित्त मंत्री की तरफ से वायदा करके मुलाजिमों और पैनशनरों को दीवाली से पहले महँगाई भत्ता देने के वायदे की फुंक निकली और जेब खाली रहने सम्बन्धित का नोटिस लिया गया। मीटिंग में जो प्रमुख नेता शामिल थे उनमें दर्शन सिंह लुबाना, जगमोहन सिंह नोलक्खा, सुखविन्दर सिंह, राम लाल रामा, राम प्रसाद सहोता, काका सिंह, केसर सिंह सैनी, अनिल कुमार, माधो लाल, अमरीक सिंह, इन्दरपाल, राकेश शर्मा, लखविन्दर सिंह, राम दास, सुखदेव सिंह झंडी, प्रकाश सिंह लुबाना, सतिनरायण गोनी, अनिल कुमार, दीया शंकर आदि उपस्थित थे।
